Tuesday, October 18, 2011

राष्ट्रवाद की नौका, आतंक की पतवार

मुंबई हमले में मारे गए महाराष्ट्र आतंक निरोधी दस्ते के मुखिया हेमंत करकरे के बारे में कहा जाता है कि अगर वो कुछ और दिन जी जाते तो बहुत से सफ़ेदपोश राष्ट्रभक्तों के चहरों पर पड़ी हुई नक़ाबें नुच जातीं और कुछ राष्ट्रवादी संगठनों के आतंकी कारनामे सामने आ जाते पर क्या किया जाए कि करकरे की मौत से इन सब पर पर्दा पड़ गया लेकिन हाल ही में राजस्थान आतंक निरोधी दस्ते की कार्यवाही से राष्ट्रभक्तों के देशद्रोही कारनामों की कलई खुलने लगी है.जिन आतंकवादी घटनाओं में मुसलमानों को फंसाने के पूरे प्रयास किए जा रहे थे उन सब मामलों में कुछ ऐसे चहरे सामने आये हैं जिन की रोटियां ही राष्ट्रवाद के चूल्हे पर पकती हैं. मालेगांव ब्लास्ट में साध्वी प्रज्ञा और कर्नल पुरोहित के नाम सामने आने के बाद अब इन्ही के नाम हैदराबाद,अजमेर और दिल्ली की जामा मस्जिद ब्लास्ट से जुड़ते नज़र आ रहे हैं.पुलिस ने आर एस एस के प्रचारकों को पकड़ कर उनसे उगलवाया है कि उन्हों ने किस तरह ब्लास्ट करके देश को साम्प्रदायिक दंगों की आग में झोंकने की साजिश रची थी?
आर एस एस और उसके चेले चांटों के नाम आतंकी घटनाओं में आने से साफ़ हो गया है कि राष्ट्रवाद का नाम लेने वाला ये दल किस तरह देश को तबाही के तंदूर में गिराने को बेताब है.सरकारों द्वारा जिस प्रकार ढील दी जाती रही उसका फ़ायदा उठा कर आज हालात ने ये रुख इख्तयार कर लिया है कि राष्ट्रवाद का ढोंग रचाने वाले दल आराम से आतंकवाद मचा रहे हैं और पुलिस व मीडिया मुसलमानों को इनका ज़िम्मेदार ठहराने में मसरूफ हैं.
जिन धमाकों में अभिनव भारत और आर एस एस के प्रचारकों के नाम सामने आ रहे हैं इनसब में मीडिया और पुलिस मुसलमानों को फंसाने की तय्यारी कर चुकी थी मीडिया ने बिना इन्तेज़ार किए हुजी को ज़िम्मेदार बता दिया था और पुलिस इस चक्कर में थी कि कैसे मुसलमान युवाओं के सर पर ये आरोप थोप दिए जाएँ?ताज़ा घटनाक्रम में दिल्ली के जामा मस्जिद ब्लास्ट में हिन्दू संगठनों के शामिल होने की तहकीकात की जा रही हैं.
ख़ास बात ये है कि ऐसा कई बार हुआ है कि मुस्लिम संगठनों अथवा मुस्लिम युवाओं को क्लीनचिट मिल गयी परन्तु मीडिया का एक वर्ग उसे इतनी कवरेज नहीं देता जितनी मुसलिम युवाओं की गिरफ़्तारी को दिया जाता है जिसके कारण आम लोगों के मन में ये सवाल पैदा होता है कि सरे आतंकी मुसलमान ही क्यों होते हैं?

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